एक देश एक टेक्स ,एक देश एक राशन कार्ड ,एक देश एक ड्राइविंग लाइसेंस तो एक सीट एक चुनाव का नियम क्यों नहीं होता लागू ?
असमंजस खत्म रायबरेली से राहुल गांधी तो अमेठी से किशोरी लाल शर्मा लड़ेंगे चुनाव
बाहुबली ने कटप्पा को क्यों मारा कुछ इस शैली पर कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के टिकट किए घोषित
बिल्कुल थ्रिलर फिल्मों की तरह कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली सीट के लिए अंतिम समय पर अपने पत्ते खोले हैं । जिस तरह से पुरानी फिल्मों में थ्रिलर और सस्पेंस बना रहता था हर वक्त कायसो का दौर चलता था । कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली रायबरेली और अमेठी पर अब सस्पेंस खत्म हो चुका है । कांग्रेस के आधिकारिक पत्र के अनुसार रायबरेली से राहुल गांधी तो अमेठी सीट से किशोरी लाल शर्मा स्मृति ईरानी को टक्कर देंगे ।
इन दोनों सीटों को लेकर बीते कल से कयासो का दौर चलता रहा । जहां सुबह से लेकर शाम तक अमेठी सीट से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने जाने की संभावना जताई जा रही थी क्योंकि बताया गया था कि अमेठी सीट के लिए राहुल गांधी का नामांकन पत्र का सेट ऑनलाइन खरीदा गया है । अफवाहों को बोल तब और मिल गया था जब कांग्रेस के ही नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था कि हम चाहते हैं राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़े । इसके साथ ही कल रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह के नाम के बारे में कहा जा रहा था कि रायबरेली से वह चुनाव लड़ेंगे और दिनेश प्रताप सिंह कभी कांग्रेस के ही कार्यकर्ता हुआ करते थे बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में चले गए थे मगर 2024 के चुनाव में वह कांग्रेस में दोबारा से वापस आ चुके हैं ।
आज ही भरना होगा नामांकन
आज 3 में को अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों के लिए नामांकन भरना होगा क्योंकि आज नामांकन भरने की आखिरी तारीख है ।
राहुल गांधी ने केरल के वयानोड लोकसभा सीट से भी लड़ा है चुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी ने केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा है दूसरे फेज में वहां पर चुनाव संपन्न हो चुका है और अब अंतिम फेज के लिए राहुल गांधी रायबरेली से उम्मीदवार हैं । राहुल गांधी की उम्मीदवारी आते ही भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसा है और कहा है कि अमेठी से हारे तो वायानाड चले गए अब रायबरेली से हारेंगे तो कहां जाएंगे ।
मगर यहां पर एक सवाल यह भी है कि अगर राहुल गांधी वायनाड और रायबरेली दोनों सीट जीत जाते हैं तो राहुल गांधी भविष्य में किस सीट को छोड़ेंगे और किस सीट की जनता का प्रतिनिधित्व लोकसभा में उठाएंगे यह भी एक बड़ा सवाल है । और उससे भी ज्यादा बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि राहुल गांधी अगर दोनों सीट से जीत जाते हैं और यह बाद में एक सीट से इस्तीफा देते हैं तो बाद में वहां के चुनावी खर्च को कौन उठायेगा आखिरकार वह चुनावी खर्च जनता को ही बाद में भी बियर करना पड़ेगा कहीं ना कहीं चुनाव आयोग को या संविधान में स्ट्राइक का संशोधन की जरूरत है कि एक व्यक्ति सिर्फ एक ही सीट से चुनाव लड़ सकता है जिस तरह से नरेंद्र मोदी का सपना है एक देश एक टेक्स एक देश एक ड्राइविंग लाइसेंस इस तरीके से चुनाव पर भी यह लागू होना चाहिए कि एक नेता एक सीट
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!