चाय पकौड़े का ठेला लगाने वाली महिला होगी चंडीगढ़ से बीएसपी की उम्मीदवार
विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर रितु सिंह का नाम घोषित
दिल्ली यूनिवर्सिटी की पूर्व प्रोफेसर रही हैं डॉक्टर रितु सिंह
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चंडीगढ़ संसदीय सीट से बसपा ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा करते हुए चुनाव मैदान में हलचल मचा दी है। बसपा ने चंडीगढ़ के लिए महिला सशक्तिकरण पर भरोसा जताते हुए दिल्ली की पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर रितु सिंह को चंडीगढ़ से उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी के पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के स्टेट कोऑर्डिनेटर रणधीर सिंह बेनीवाल और स्टेट कोऑर्डिनेटर विपुल कुमार ने डॉक्टर रितु सिंह के नाम की घोषणा की। इस अवसर पर अजीत सिंह बेहनी चंडीगढ़ संयोजक, एस राजिंदर सिंह नन्हेरिया स्टेट जनरल सेक्रेटरी और चंडीगढ़ प्रभारी, एडवोकेट सुदेश खुरचा संयोजक चंडीगढ़, वरयाम सिंह, स्टेट प्रेसिडेंट चंडीगढ़, श्रीमती निर्मला बौद्ध अध्यक्ष महिला विंग चंडीगढ़,, सुरिंदर सिंह खुदा अध्यक्ष बामसेफ, सुखदेव सिंह सोनू पूर्व अध्यक्ष चंडीगढ़ राज्य और बृजपाल पूर्व लोकसभा कोऑर्डिनेटर चंडीगढ़ भी उपस्थित थे।
पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के स्टेट कोऑर्डिनेटर रणधीर सिंह बेनीवाल ने बहुजन समाज पार्टी की विचारधारा से अवगत करवाते हुए बताया कि बीएसपी “बहुजन समाज” के “सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक मुक्ति” में विश्वास करती है। बहुजन समाज, बहुजनों को अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) के रूप में दर्शाता है। बहुजन अधिकारों के समर्थक बीआर अंबेडकर उनकी महत्वपूर्ण वैचारिक प्रेरणा हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बसपा ने चंडीगढ़ से एक ऐसी ही प्रत्याशी को मैदान में उतारा है, जो सदैव समाज के हितों और हक के लिए प्रयासरत रहती हैं। डॉक्टर रितु सिंह ऐसी ही एक झुझारू और संघर्षशील महिला है। जिन्होंने अपने जॉब के दौरान भी जाति उत्पीड़न को लेकर रोष प्रदर्शन किया। डॉक्टर रितु सिंह शहर से जुड़े मुद्दों और समस्याओं को संसद में बेबाकी से उठाएंगी और उनके समाधान के लिए संघर्षरत रहेंगी।
स्टेट कोऑर्डिनेटर विपुल कुमार ने बसपा प्रत्याशी डॉक्टर रितु सिंह को शुभकामनाएं देते हुए विजयी भव का आशीर्वाद दिया और समाज के अधिकारों और हितों के लिए सदैव मुखर रहने की अपील की।
वही चंडीगढ़ से बहुजन समाज पार्टी की उम्मीदवार डॉक्टर रितु सिंह ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस का राज तो लोग देख चुके हैं। वहीं पिछले दस साल से बीजेपी की सांसद का शहरवासियों ने कार्यकाल भी देख लिया है। गरीब पिछड़े वर्ग के साथ साथ आमजन की आवाज के लिए अब बीएसपी चुनाव लड़ रही है। डॉक्टर रितु सिंह ने कहा कि आज मुद्दे ही मुद्दे है। जिनमें किसान संघर्ष, महिला सुरक्षा, महंगाई, बेरोजगारी जैसे राष्ट्रीय मुद्दों सहित स्थानीय मुद्दे भी शामिल हैं।
कौन है डॉक्टर रितु सिंह
रितु सिंह एक भारतीय दलित अधिकार कार्यकर्ता हैं। वह दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज से जुड़ी थीं । वह मनोविज्ञान की एक विदुषी हैं जो अनुचित बर्खास्तगी के खिलाफ अपने विरोध के लिए चर्चित हुई थी । उन्होंने कथित जाति उत्पीड़न और सेवाओं से अवैध समाप्ति के खिलाफ सितंबर 2023 में कला संकाय, नॉर्थ कैंपस, दिल्ली विश्वविद्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। 2019 में दौलतराम कॉलेज में तदर्थ सहायक प्रोफेसर के रूप में दाखिला लेने के बाद, डॉ. सिंह को सिर्फ एक साल के बाद निकाल दिया गया और उनका अनुबंध नहीं बढ़ाया गया। उनका विरोध कॉलेज प्रशासन के खिलाफ था। उन्होंने कॉलेज प्रशासक पर एमएचआरडी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। अपनी आवाज़ उठाने के लिए उन्होंने 192 दिन विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के तहत उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर के बाहर चाय पकौड़े का ठेला भी लगाया था । और उसे ठेले पर तमाम बड़े कांग्रेस के नेताओं ने चाय और पकोड़े खरीद कर खाए थे और उसे समय डॉक्टर रितु सिंह को कांग्रेस से सिंनपैथी भी मिली थी । सोशल मीडिया पर डॉ रितु सिंह की अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है ।
भाजपा के संजय टंडन और गठबंधन उम्मीदवार मनीष तिवारी को देंगी टक्कर
चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी से संजय टंडन और गठबंधन ( कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के संयुक्त उम्मीदवार ) मनीष तिवारी को डॉक्टर रितु सिंह टक्कर देती हुई नजर आएंगी । डॉ रितु सिंह के आने से चंडीगढ़ के लोकसभा चुनाव में अब मुकाबला बहुकोडिय हो जा हो सकता है।
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