रामनवमी पर आज रामलला का होगा सूर्य तिलक ढाई घंटे का मुहूर्त
खबरी प्रशाद केशव भुरारिया
आज रामनवमी है और अयोध्या में आज के दिन के लिए श्री राम जन्मभूमि न्यास बोर्ड ने उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह कम से कम आज के दिन अयोध्या ना आए वह जहां पर भी रहे वहीं पर रामनवमी का पर्व मनाए । आज ही रामनवमी के दिन दोपहर में ठीक 12:00 बजे रामलला का अभिजीत मुहूर्त में सूर्य तिलक होगा । बाल्मीकि रामायण के अनुसार त्रेता युग में इसी समय श्रीराम का जन्म हुआ था । अयोध्यावासी भी आज के दिन का उत्सुकतावश इंतजार कर रहे हैं । अयोध्या के निवासी संदीप पांडे का कहना है की 500 सालों के बाद श्री राम ने अपने घर में प्रवेश किया है और अपने घर में प्रवेश करने के बाद में पहली बार अयोध्या में भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जा रहा है पूरे अयोध्या नगरी को सजाया गया है ।
सूर्य तिलक के वक्त बनेंगे 9 अद्भुत संयोग , त्रेता युग जैसी स्थिति रहेगी ग्रहों की
अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजे जब भगवान राम के बाल रूप का सूर्य तिलक होगा, ज्योतिषि सुधांशु तिवारी के अनुसार उस समय केदार , गजकेसरी , पारिजात अमला , शुभवास , सरल काहाल और रवि योग बनेंगे । विद्वानों ने बताया कि बाल्मीकि रामायण में लिखा है श्री राम के जन्म के समय सूर्य और शुक्र अपनी उच्च राशि में थे चंद्रमा खुद की राशि में मौजूद था इस साल भी ऐसा ही हो रहा है । यह भविष्य के लिए अत्यंत ही शुभ संदेश है ।
रामनवमी पर अयोध्या के साथ देशभर में श्री राम के बाल रूप की होती है पूजा
रामनवमी पर न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे देश भर में भगवान श्री राम के बाल रूप के दर्शन कराए जाते हैं । आज के दिन के लिए पुजारी के लिए भी बड़े कठोर नियम बनाए गए हैं । सुबह 4:00 बजे जब पुजारी मंदिर की चौखट का दरवाजा खोलते हैं तो वह भी बिना किसी आहट के । ना ही किसी प्रकार की बत्ती मंदिर में जलाई जाती है , और ना ही घंटी बजाई जाती है । और आरती भी बिना शोर किए हुए होती है ।
कैसा होगा आज के दिन रामलला का श्रृंगार
रामनवमी के दिन अयोध्या में भगवान राम पीले और गुलाबी कलर के वस्त्र धारण करेंगे । इसमें सोने के धागे से इसको बनाया गया है । रामलला स्वर्ण जनित आभूषण मे अपने भक्तो को दर्शन देंगे । रामलाल के माथे पर जो चंदन का लेप लगाया जाएगा उसमें भी माणिक्य को पीसकर मिलाया जाएगा । सर से लेकर पैर तक सोने और हीरे पन्ने के आभूषण रामलाल को पहना करके देखा जा चुका है । ताकि रामनवमी के दिन किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना आने पाए । भगवान श्री राम के स्वर्ण आभूषणों में मुकुट , कुंडल , हार तिलक , बाजूबंद , हाथों के कड़े सोने के तार वाला धनुष बाण भी होगा ।
रामनवमी के दिन रामलला क्या-क्या करते हैं ।
सुबह 4:00 बजे भगवान को उठाकर दातुन करवा कर भोग लगाया जाता है । उसके बाद आरती होती है , आरती के बाद श्रृंगार होता है । सुबह 6:30 बजे भगवान को नहलाने के बाद दोबारा श्रृंगार होता है और उसके बाद में रबड़ी, पेड़े और फल का भोग लगाया जाता है । इसके बाद भगवान के भक्तों को दर्शन शुरू हो जाते हैं । दोपहर 12:00 बजे भोग के लिए आरती होती है । भोग आरती में चावल , दाल , रोटी , पूरी , सब्जी इत्यादि चीज होती हैं । मगर रामलला के भोग में खीर और हलवा हर दिन बनाया जाता है । शाम 7:00 बजे संध्या आरती का वक्त होता है और संध्या आरती के बाद में फल और पेड़े का भोग लगाया जाता है । इसके बाद रात 10:00 बजे भगवान की शयन आरती होती है । आरती के बाद खीर , पूरी सब्जी का भोग लगाकर भगवान रात्रि विश्राम के लिए चले जाते हैं ।
अगर बात अयोध्या की की जाए तो हर वर्ष से ज्यादा इस वर्ष अयोध्या में भीड़ होने की संभावना है । क्योंकि इसी साल 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम मंदिर का भव्य उद्घाटन प्रधानमंत्री के द्वारा किया गया था उसके बाद से लगातार अयोध्या में भक्तों का ताता लगा हुआ है । हर कोई चाहता है कि रामनवमी पर अपने बाल स्वरूप श्री राम का दीदार किसी न किसी तरीके से जरूर कर लिया जाए । यही वजह है कि श्री राम जन्मभूमि न्यास बोर्ड की तरफ से उत्तर प्रदेश और बिहार में रहने वाले लोगों से अपील की गई है की कोशिश करें रामनवमी के दिन अयोध्या ना आए और जहां पर है वहीं पर भगवान श्री राम के जन्म का आनंद ले ।
पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरीके से तैयार
लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी की तैनाती की गई है सरयू घाट से लेकर हनुमानगढ़ होते हुए श्री राम मंदिर तक हर जगह पर आपको पुलिस के सांसद पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी नजर आएंगे ।
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