97 लाख का टेंडर फिर भी माता मनसा देवी मंदिर को जाने वाली रोड की हालत जर्जर
22 दिन पहले 97 लाख रुपए की लागत से रीकारर्पेटिंग का फूटा था नारियल और बंटे थे लड्डू !
चैत्र नवरात्र कल से , पर 22 दिन बीतने के बाद रीकारर्पेटिंग के मामले में सिर्फ लीपापोती !
अंबाला बीजेपी उम्मीदवार के घर का रास्ता भी यही
सरकार बदली है , पर सड़क नही बदली
शायद, आचार संहिता लगने के पहले हड़बड़ी में फोड़ा गया नारियल और बंट गए लड्डू
ताकि चुनाव में ले सके इसका फायदा
रीतेश माहेश्वरी
चैत्र नवरात्र कल से लगने जा रहे हैं। खबरी प्रशाद अखबार के सभी पाठको को चैत्र नवरात्र की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
चैत्र नवरात्र में पंचकूला के माता मनसा देवी मंदिर में लाखों श्रद्धालु 9 दिन के मेले में माथा टेकने के लिए आते हैं और अपनी मन्नत के लिए माता से अरदास भी करते हैं। मगर शायद पहली बार ऐसा होगा कि श्रद्धालु जिस रास्ते से गुजरेंगे उस रास्ते पर (जब यह खबर लिखी जा रही थी) तब गड्ढे ही गड्ढे थे। और तो और गड्ढे भी कोई छोटे-मोटे गड्ढे नहीं, 8 इंच के लंबे और 5 इंच के गहरे गड्ढे सड़क पर मौजूद है। अगर प्रशासन को इस बात पर यकीन ना हो तो इस खबर का वीडियो लिंक भी हमारे सोशल मीडिया अकाउंट पर उपलब्ध है वहां पर जाकर के देखा जा सकता है। इस सड़क को लेकर 15 मार्च को 97 लाख रुपए की लागत से हरियाणा के विधानसभा स्पीकर और पंचकूला से विधायक ज्ञानचंद गुप्ता के द्वारा गुरुद्वारा साहिब के सामने नारियल फोड़ा गया था और लड्डू बंटवाए गए थे। तस्वीर इस बात की गवाह है और तस्वीरों से ज्यादा खुद विधानसभा स्पीकर का सोशल मीडिया अकाउंट इस बात की गवाही दे रहा है जहां पर खुद उन्होंने लिखा हुआ है, “आज श्री माता मनसा देवी के वार्ड नंबर 2 में लगभग 97 लाख रूपये की लागत से सिंह द्वार से गुरूद्वारा तक की सडकों के सुदृढीकरण के साथ -साथ सामुदायिक केंद्र एमडीसी के सामने बिटुमिन कंक्रीट बिछाने के कार्य का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। नगर निगम पंचकुला द्वारा इन दोनों कार्यो को जुलाई 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। पंचकुला की सडकों के सुदृढीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पंचकुला में कुल 34 सड़कों के रिकारपेटिंग का कार्य तेज़ी से चल रहा है।” ज्ञानचंद गुप्ता के फेसबुक पेज से
अब ऐसा भी नहीं है कि नारियल फूट गया हो, लड्डू बंट गए हो और रीकार्पेटिंग का काम शुरू न हुआ हो। अगर हम यह लिख देंगे तो हमें गलत साबित कर दिया जाएगा कि आपने गलत लिखा है। काम शुरू किया गया है। गुरुद्वारे की तरफ से लेकर के और लगभग लगभग 200 मीटर तक रीकार्पेटिंग की भी गई है। मगर गड्ढों कि अगर बात करें तो माता मनसा देवी द्वार की तरफ से जब अंदर जाते हैं वहां से शुरू होकर और अगला जो मंदिर का लाइट पॉइंट आता है वहां तक कितने गड्ढे हैं यह बताने की जरूरत नहीं है। देखा जा सकता है उसी तरीके से जब स्वास्तिक विहार वाली मार्केट से निकलने वाले रास्ते से वापस माता मनसा देवी द्वार की तरफ जब आते हैं तो मंदिर के सामने जो लाइट प्वाइंट है वहां का गड्ढा तो इतना गहरा है कि पता नहीं अधिकारियों को वह गड्ढा क्यों नहीं नजर आता ?
माता मनसा देवी मंदिर जाने के लिए पंचकूला से यह प्रमुख रास्ता है। इस रास्ते से हिमाचल, पंजाब, हरियाणा के अन्य जिलों के साथ-साथ देश के भी अन्य जिलों से लोग माता मनसा देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं। मगर जब उनकी गाड़ी इस रास्ते पर घूमती है तो उन्हें एहसास हो जाता है कि यह वही पंचकूला है जिसकी सड़को को विदेशों की तर्ज पर बनाने का लक्ष्य था, सड़कें कितनी सुंदर है और पंचकुला की सड़क कितनी अच्छी है।
प्रमुख दफ्तर जाने का भी यही मुख्य मार्ग
माता मनसा देवी मंदिर वाले रास्ते पर माता मनसा देवी मंदिर ही है ऐसा नहीं है। पंचकूला का प्रसिद्ध सकेतड़ी मंदिर जाने के लिए भी यही प्रमुख रास्ता है। और तो और पंचकूला के पुलिस आयुक्त के दफ्तर जाने के लिए भी यही रास्ता है, जिसका बोर्ड भी लगा हुआ आपको नजर आ जाएगा। और सबसे आश्चर्य की बात तो यह की यही रास्ता भारतीय जनता पार्टी के हरियाणा दफ्तर जाने का भी है, और तो और अंबाला लोकसभा चुनाव से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार बंतो कटारिया के घर का रास्ता भी इसी सड़क से होकर निकलता है। इसका मतलब यह है कि इस रास्ते से हरियाणा सरकार के तमाम मंत्री मुख्यमंत्री भी निकलते हैं। तो समझा जा सकता है कि यह रास्ता कितना वीवीआईपी है उसके बावजूद जब इस सड़क की यह हालत है तो पंचकूला की बाकी सड़कों की या बाकी इलाको की क्या हालात होंगे ?
पंचकूला के एक पार्षद जी का कहना कि गर्मी ज्यादा है तारकोल पिघल जाता है इसलिए काम रुका हुआ
खराब सड़के कब बनेगी इस बात को लेकर सत्ता पक्ष के एक पार्षद महोदय का सड़क रीकार्पेटिंग या सड़क सही होने को लेकर कहना है कि अभी गर्मी का वक्त है। गर्मी के महीने में तारकोल पिघलने लगता है जिसकी वजह से सड़कों का काम रुका हुआ है। जब थोडी गर्मी कम होगी तब सड़कों का काम शुरू हो जाएगा। उनका यह दावा तब हवा में उड़ जाता है जब पंचकूला के अंदर ही सेक्टर 20 के दोनों तरफ ओवर ब्रिज का काम चल रहा है और इस ओवर ब्रिज के ऊपर 4 दिन पहले सड़क बनाई गई है। अगर पार्षद महोदय की बात को सही माना जाए तो ओवरब्रिज में जो सड़क बनाई गई है वह तो तीन-चार महीने में खराब हो जाएगी यानी की 4 महीने बाद ओवर ब्रिज पर दोबारा से सड़क बनानी पड़ेगी। और अगर ऐसा नहीं है तो 22 दिन बीतने के बाद भी माता मनसा देवी मंदिर की ओर जाने वाली सड़क का काम क्यों नहीं शुरू हुआ। क्या सिर्फ दिखावे के लिए नारियल फोड़े गए थे या लड्डू बटवा दिए गए थे ताकि जनता के बीच में जब जाए तो जनता को बताया जा सके की सड़क की रीकार्पेटिंग का काम का नारियल तो फोड़ दिया गया मगर चुनाव आचार संहिता लग गई, जिसकी वजह से काम नहीं हो पा रहा। तो यहां यह भी क्लियर कर देते है, जिस काम को चुनाव आचार संहिता के लगने के पहले शुरुआत कर दी गई थी उसे काम के ऊपर आचार संहिता लागू नहीं होती।
सरकार बदली है , पर सड़क नही बदली
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगी है और हरियाणा में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 25 मई को होना है। पंचकूला की जनता एक लंबे अरसे से पंचकूला की सड़कों के गड्ढों से परेशान है। सड़के मूलभूत सुविधाएं हैं, सड़के सब की जरूरत है चाहे अमीर हो या गरीब सभी को सड़क पर चलना होता है। यहां तक की पंचकूला के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सितंबर में जन संवाद कार्यक्रम में माना था कि पंचकूला की सड़के खराब है और जल्दी ही सही हो जाएगी। मगर उन बातों को भी लगभग 9 महीने बीत चुके हैं। हालात जैसे पुराने मुख्यमंत्री के टाइम में थे वही हालत सरकार बदलने के बाद में भी है। सरकार जरूर बदल गई है मगर पंचकूला की सड़कों की हालत नहीं बदली।
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