जीवन का रहस्य ज्योतिष समाधान
बुध मेष राशि में वक्री 02 अप्रैल 2024
ज्योतिष में बुध मेष राशि में वक्री होने जा रहे है
ग्रहों के राजकुमार के नाम से विख्यात बुध 02 अप्रैल 2024 की सुबह 03 बजकर 18 मिनट पर मेष राशि में वक्री हो जाएंगे।
ज्योतिष में बुध ग्रह और मेष राशि का महत्व
वैदिक ज्योतिष में बुध का संबंध बुद्धि से है जो जातक को तार्किक सोच प्रदान करते हैं। कुंडली में बुध देव को छठे और तीसरे भाव पर आधिपत्य प्राप्त हैं। जब बुध महाराज मेष राशि में वक्री होते हैं तो यह जातकों को अच्छे और बुरे दोनों तरह के परिणाम देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में बुध उस समय वक्री होते हैं जब वह सूर्य की परिक्रमा करते हुए उल्टा चाल चलते हुए प्रतीत होते हैं।
हालांकि, एक साल में बुध ग्रह लगभग 3 या 4 बार वक्री होता है। बता दें कि बुध को संचार कौशल, यात्राओं, तकनीक और निर्णय लेने की क्षमता आदि का कारक ग्रह माना गया है इसलिए इन क्षेत्रों में व्यक्ति को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जब बुध ग्रह मेष राशि में वक्री होते हैं, तो इनका प्रभाव अत्यधिक तीव्र होता है और ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मेष एक उग्र राशि है जिसके स्वामी ग्रह मंगल हैं। एस्ट्रोसेज अपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बुध मेष राशि में वक्री के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस घटना का ज्योतिषीय महत्व भी जानेंगे और वक्री बुध की ऊर्जा का किस तरह से उपयोग किया जा सकता है, इसमें भी हम आपका मार्गदर्शन करेंगे। बुध ग्रह के बाद अब हम बात करेंगे मेष राशि की, यह राशि चक्र की पहली राशि है जो कि नई शुरुआत, नई पहल और सहजता का प्रतिनिधित्व करती है। मेष राशि के अधिपति देव मंगल हैं और इनके प्रभाव की वजह से यह राशि साहस, स्वतंत्रता और जोखिम लेने की प्रवृत्ति के लिए जानी जाती है।
बुध मेष राशि में वक्री:
राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए बुध आपके तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं। कुंडली में तीसरा भाव छोटी दूरी की यात्राओं, भाई-बहनों और छठा भाव कर्ज़, शत्रु आदि का होता है। अब बुध आपके पहले भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि स्वयं, चरित्र और व्यक्तित्व का भाव है। करियर की बात करें, तो बुध का मेष राशि में वक्री होना आपके करियर में समस्याएं और अवसर दोनों लेकर आ सकता है। इस दौरान आपको कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों या वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ज्यादा अच्छी बातचीत न होने या फिर गलतफ़हमियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इन जातकों को प्रोजेक्ट्स में देरी से भी जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा, आप बीते समय में किये गए कार्यों या बनाई गई योजनाओं पर दोबारा सोच-विचार करते हुए नज़र आ सकते हैं। अगर आप करियर में किसी भी तरह की समस्या से बचना चाहते हैं, तो आपके लिए धैर्य बनाए रखना, जो भी काम आप करें उसकी पुनः जांच करना और किसी भी तरह की गलतफ़हमी को तुरंत दूर करना जरूरी होगा। वक्री बुध का सकारात्मक पक्ष देखें, तो यह अवधि आपके द्वारा करियर के क्षेत्र में निर्धारित किये गए लक्ष्यों के बारे में सोच-विचार करने और करियर में सुधार लाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। मेष राशि वाले निजी और पेशेवर जीवन को लेकर एक नया दृष्टिकोण भी अपना सकते हैं।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, मेष राशि में बुध के वक्री होने की वजह से आपको अपनी आर्थिक स्थिति पर काफ़ी ध्यान देना होगा क्योंकि इस दौरान आपके सामने अचानक से खर्चे आ सकते हैं और साथ ही, आय में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ऐसे में, आपको बहुत सोच-समझकर बजट तैयार करना होगा और आवेग में आकर किसी भी प्रकार की खरीदारी से बचना होगा। इस समय आपके लिए बेहतर होगा कि न तो कोई निवेश जैसा कोई बड़ा फैसला लें और न ही कहीं निवेश करें। वहीं, इन जातकों को धन से जुड़ी योजनाओं का विश्लेषण करने, अपने पैसों का सही उपयोग करने के साथ-साथ स्थिरता पाने के लिए कुछ नई रणनीतियां बनाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। हालांकि, आपको अपने खर्चों पर नज़र बनाए रखने और छलकपट से सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
प्रेम जीवन की बात करें, तो बुध की वक्री चाल का असर आपके रिश्ते पर पड़ सकता है, फिर चाहे वह निजी या पेशेवर जीवन हो। इस दौरान करीबी लोगों के साथ आप गलतफ़हमी का शिकार हो सकते हैं जो कि आप दोनों के बीच तनाव का कारण बन सकता है। ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखना होगा और उनकी बातों को बहुत ध्यान से सुनना होगा जिससे आप व्यर्थ के मतभेदों से बच सकें। इन गलतफ़हमियों को दूर करने के लिए आपको थोड़ा समय निकालना होगा और अपनी भावनाओं को खुलकर पार्टनर के सामने रखना होगा।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुध की वक्री अवस्था आपके स्वास्थ्य के लिए चुनौतियां लेकर आ सकती हैं। ऐसे में, आपको बहुत सावधान रहना होगा क्योंकि आपको सिरदर्द, साइनस या आंखों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, बात करने की क्षमता के प्रभावित होने, तनाव और निराशा महसूस होने की वजह से आपको जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में परेशानियों से जूझना पड़ सकता है। इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आपको नियमित रूप से व्यायाम करने के साथ-साथ संतुलित भोजन और तनाव को भी नियंत्रित करने की सलाह दी जाती है।
उपाय:
विचारों की स्पष्टता के लिए हरे रंग का एवेन्टूराइन रत्न धारण करें या फिर अपने साथ रखें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए बुध महाराज आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में दूसरा भाव धन, परिवार व वाणी आदि का प्रतिनिधित्व करता है जबकि पांचवां भाव प्रेम, रोमांस और संतान आदि का भाव होता है। अब बुध ग्रह आपके बारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि खर्चों, मोक्ष और अस्पताल में भर्ती होने आदि का भाव है। बुध मेष राशि में वक्री होने से इन जातकों को करियर के क्षेत्र में समस्याओं और देरी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, उन्हें गलतफ़हमियों की वजह से करियर में गिरावट देखने को मिल सकती है। इसके परिणामस्वरूप, वृषभ राशि के जातकों को इस अवधि में धैर्य बनाए रखना की सलाह दी जाती है क्योंकि चुनौतियां आपके सामने आ सकती हैं। हालांकि, वक्री बुध आपको अपने करियर के लक्ष्यों और योजनाओं का पुनर्मूल्यांकन करने का अवसर देंगे। इस राशि वाले व्यवस्थित और कार्यों के प्रति एकाग्रचित रहकर बुध की वक्री अवस्था में आगे बढ़ सकते हैं।
आर्थिक जीवन को देखें, तो बुध की वक्री चाल के दौरान आपको बेहद सावधानी बरतनी होगी क्योंकि आपके सामने अचानक से खर्चे आ सकते हैं या नुकसान हो सकता है। ऐसा इसलिए होने की आशंका है क्योंकि आपने धन की योजना न बनाई हो। इन जातकों को बिना सोचे-समझे खर्च करने से बचना होगा और साथ ही, आपके लिए जीवन में आर्थिक स्थिरता को बढ़ावा देना जरूरी होगा। लेकिन, जिन लोगों का संबंध सट्टेबाजी से है, उन्हें सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। इसके विपरीत, वृषभ राशि के कुछ लोगों को धन का प्रबंधन करने में समस्याओं का अनुभव हो सकता है। इस दौरान आर्थिक जीवन में आने वाली अनिश्चितताओं को संभालने के लिए आप किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं जो कि आपके लिए मददगार साबित होगा।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, बुध की वक्री चाल रिश्ते में समस्याओं की तरफ संकेत कर रही है। इन जातकों को गलतफ़हमियों या अनसुलझे मुद्दों के चलते अपने रिश्ते में मतभेद या विवाद का सामना करना पड़ सकता है। इस राशि के लोगों के लिए बहुत जरूरी होगा कि वह दूसरों की बातों को गौर से सुनें और अपने करीबियों के साथ बातचीत करते समय धैर्य बनाए रखें। रिश्ते को मज़बूत करने और गलतफ़हमियों से बचने के लिए पार्टनर के साथ दिल खोलकर बात करें। इसके अलावा, खुद को जानने-समझने के लिए समय निकालें। हालांकि, किसी छुपी हुई या अज्ञात बात को जानने से आपका रिश्ते में सौहार्द बढ़ेगा।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, करियर या आर्थिक जीवन को लेकर आप तनावग्रस्त या चिंतित नज़र आ सकते हैं जिसका असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। ऐसे में, इन जातकों को सिरदर्द या पाचन से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, जातकों को नियमित रूप से व्यायाम करने, अपने खानपान की आदतों को सुधारने और संतुलित जीवनशैली को बनाए रखने की सलाह दी जाती है ताकि आप स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें।
उपाय: विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वालों की कुंडली में बुध महाराज आपके पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं जो अब आपके भौतिक इच्छाओं के भाव यानी कि ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। कुंडली में पहला भाव स्वयं, व्यक्तित्व व चरित्र और चौथा भाव ऐशोआराम, माता और ख़ुशियों आदि को दर्शाता है। हालांकि, ग्यारहवें भाव में बुध का वक्री होना आपके लिए जीवन में तरक्की पाने के सकारात्मक अवसर लेकर आएगा। इस अवधि के शुरुआती दौर में आपको करियर के क्षेत्र में समस्याओं का अनुभव हो सकता है, लेकिन बाद में आपको सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपको नौकरी के नए अवसरों, पदोन्नति या फिर करियर के संबंध में विदेश यात्रा पर जाने का मौका भी मिल सकता है और ऐसे में, आप तरक्की हासिल करेंगे तथा संतुष्ट दिखाई देंगे। कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा की गई मेहनत को वरिष्ठों द्वारा सराहना मिलेगी और ऐसे में, आपके पदोन्नति के योग बनेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उनकी स्थिति इस समय मज़बूत रहेगी। संभव है कि आपको नए अवसरों की प्राप्ति हो जिसका फायदा उठाने में आप सक्षम होंगे। इन लोगों के लिए व्यापार के क्षेत्र में नई नीतियों और दृष्टिकोण को अपनाना फलदायी साबित होगा और इसके फलस्वरूप, आपका व्यापार सफलता की सीढ़ियां चढ़ेगा।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, वक्री बुध की अवधि में मिथुन राशि वालों को अपनी आय में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इस दौरान आप ज्यादा से ज्यादा पैसा निवेश करने के साथ-साथ धन की बचत करने में सक्षम होंगे जिससे आपको आर्थिक स्थिरता की प्राप्ति होगी। व्यापार करने वाले जातकों को बिज़नेस में लाभ होगा और आप जो भी निवेश करेंगे वह आपको अच्छा लाभ प्रदान करेंगे। ऐसे में, आपके धन- धान्य में वृद्धि होगी।
प्रेम जीवन की बात करें, तो बुध वक्री के दौरान आपका रिश्ता सकारात्मक रूप से आगे बढ़ेगा। घर-परिवार में प्रेम एवं सौहार्द में वृद्धि होगी और आपके घर में कोई शुभ व मांगलिक कार्य होने की भी प्रबल संभावना है जैसे कि विवाह, गृह प्रवेश आदि। पार्टनर के साथ प्रेम में बढ़ोतरी होगी जिससे आपका रिश्ता मज़बूत होगा। ऐसे में,आप रिश्ते से ख़ुश और संतुष्ट दिखाई देंगे।
सेहत की दृष्टि से, मिथुन राशि के जातक अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति आपकी जागरूकता और आपकी ऊर्जा जीवन शक्ति को बढ़ाने का काम करेगी। ऐसे में, आप स्वास्थ्य के क्षेत्र में आने वाली समस्याओं का सामना डटकर करेंगे।
उपाय:
बुध ग्रह की शांति के लिए धार्मिक कार्यों से जुड़े किसी संस्था को हरे रंग की वस्तु या अनाज आदि का दान करें।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए बुध देव आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में वक्री होने जा रहा है जो कि नाम और प्रसिद्धि का भाव है। कुंडली में तीसरा भाव छोटी यात्राओं, भाई-बहनों आदि को दर्शाता है जबकि बारहवां भाव मोक्ष व खर्चों आदि का प्रतीक माना जाता है। आपको बता दें कि जब बुध दसवें भाव में वक्री होते हैं, तो यह करियर में जातकों की तरक्की की रफ़्तार धीमी कर देते हैं और ऐसे में, आपको लग सकता है जैसे कि आपके करियर की प्रगति रुक गई है। आशंका है कि नौकरी में आप अपने प्रदर्शन से असंतुष्ट नज़र आएं और इसके परिणामस्वरूप, आपको मिलने वाले तरक्की के अवसर भी सीमित हो सकते हैं। साथ ही, इन लोगों को नौकरी में अचानक से बदलावों जैसे नौकरी में परिवर्तन या स्थानांतरण आदि का सामना करना पड़ सकता है और आप नाख़ुश दिखाई दे सकते हैं। इस दौरान आपको काम में की गई मेहनत के लिए सराहना या प्रशंसा न मिलने की संभावना है और इसके विपरीत, आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है जिसके चलते आप निराश महसूस कर सकते हैं। बुध वक्री के दौरान कुछ लोग अपनी नौकरी खो सकते हैं। जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें लाभ कमाने में काफ़ी मशक्कत करनी पड़ सकती हैं। दूसरी तरफ, प्रतिद्वंदी भी आपके मार्ग में समस्याएं पैदा कर सकते हैं। बिज़नेस में मिलने वाली असफलताओं से पार पाने और लाभ कमाने के लिए आपको दोबारा अपनी व्यापार नीतियों का विश्लेषण करना होगा और ख़ुद को बदलती परिस्थितियों के अनुरूप ढालना होगा।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो दसवें भाव में बुध का वक्री होना आपके खर्चों को बढ़ाने और आय के स्रोतों को सीमित करने का काम कर सकता है। इसके परिणामस्वरूप, कर्क राशि वालों को पैसों की बचत करना और आर्थिक स्थिरता बनाए रखना मुश्किल लग सकता है। बुध मेष राशि में वक्री के दौरान लंबी दूरी की यात्राएं करने से बचें, अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में, इन जातकों के लिए जरूरी होगा कि आर्थिक जीवन में सावधानी बरतें ताकि आप किसी भी तरह की समस्या से बच सकें।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, कर्क राशि के जातकों को अपने पार्टनर और परिवार के सदस्यों के साथ तनाव का सामना करना पड़ सकता है जिसकी वजह बातचीत की कमी होने की आशंका है। इसके फलस्वरूप, आपको इन गलतफ़हमियों से बचने और रिश्ते में सौहार्द बनाए रखने के लिए तालमेल बनाकर चलना होगा। इस अवधि में आपके लिए करीबियों और प्रियजनों के साथ समय बिताना तनावग्रस्त हो सकता है क्योंकि इस दौरान आपके बीच अलगाव की भावनाा पैदा सकती हैं।
बुध की वक्री अवस्था के दौरान इन जातकों को अपनी सेहत पर ध्यान देना होगा। इस अवधि में आपको सिरदर्द और पाचन से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं। साथ ही, आप चिंतित भी नज़र आ सकते हैं। ऐसे में, कर्क राशि वालों के लिए अपनी सेहत को प्राथमिकता देना सबसे जरूरी होगा। अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या परेशान कर रही है, तो उसके लिए तुरंत डॉक्टर की सहायता लेने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, सेहत में सुधार के लिए आपको एक संतुलित जीवनशैली का पालन करना और तनाव को कम करना फायदेमंद साबित होगा।
उपाय:
बुध देव के बीज मंत्र “ॐ बुं बुधाय नमः” का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके दूसरे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं अब यह आपके अध्यात्म, लंबी दूरी की यात्राओं और उच्च शिक्षा के भाव यानी कि नौवें भाव में वक्री होने जा रहे है। बता दें कि कुंडली में दूसरे भाव का संबंध धन, परिवार व वाणी आदि से है जबकि ग्यारहवां भाव भौतिक सुखों आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में, बुध की वक्री चाल आपके करियर के लिए अनुकूल कही जाएगी और आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। साथ ही, आपको नौकरी के नए अवसर मिलेंगे जिसके चलते आप बिना किसी परेशानी के सफलता हासिल करने में सक्षम होंगे। इन लोगों को विदेश जाने के मौके मिलेंगे और यह आपके लिए लाभदायक साबित होंगे। इस तरह के कदम आपके करियर और भविष्य दोनों के लिए फलदायी कहे जाएंगे। जब बुध वक्री अवस्था में होंगे, वह समय आपके लिए अपार सफलता लेकर आएगा और आप कार्यक्षेत्र में अपनी योग्यता साबित करेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस दौरान अच्छा खासा लाभ प्राप्त होगा। साथ ही, आप भाग्य का साथ मिलने की वजह से प्रसिद्धि हासिल करेंगे। हालांकि, इस समय को उन व्यापारियों के लिए उत्तम कहा जाएगा जो नई परियोजनाओं में निवेश या फिर अपने बिज़नेस का विस्तार करना चाहते हैं।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो नौवें भाव में बुध की उपस्थिति की वजह से आप पैसा कमाने में सक्षम होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आप ज्यादा से ज्यादा कमाई के साथ-साथ बचत भी कर सकेंगे क्योंकि इस समय आपको भाग्य का साथ मिलेगा।
प्रेम जीवन की दृष्टि से, सिंह राशि के जातक अपने पार्टनर और परिवार के साथ मधुर संबंधों बनाए रखेंगे। साथ ही, आप साथी से दिल खोलकर बात करेंगे जिससे आपका उनके साथ रिश्ता मज़बूत होगा और आपसी तालमेल भी बढ़ेगा। कुल मिलाकर, रिश्ते में मिठास देखने को मिलेगी।
सेहत के लिहाज़ से, सिंह राशि वाले इस समय अच्छे स्वास्थ्य का आनंद उठाते हुए नज़र आएंगे। हालांकि, इस समय आपको किसी बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन, फिर भी आपको छोटे-मोटे रोग परेशान कर सकते हैं इसलिए आपको खानपान को लेकर सावधानी बरतनी होगी और नियमित रूप से व्यायाम करनी होगी।
उपाय:
देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना करें।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए बुध देव आपके लग्न भाव और दसवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि लंबी आयु, अचानक से होने वाले लाभ या हानि का भाव होता है। कुंडली में पहले भाव को चरित्र, स्वयं व व्यक्तित्व का भाव माना गया है जबकि दसवां भाव नाम और प्रसिद्धि का होता है।
बुध मेष राशि में वक्री होने पर आपको करियर में प्रगति के मार्ग में समस्याओं की सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, आप असुरक्षा की भावना से पीड़ित हो सकते हैं। ऐसे में, आपको पेशेवर जीवन में संतुष्टि की कमी दिखाई दे सकती है जिसका असर नौकरी में आपके प्रदर्शन पर हो सकता है। कार्यक्षेत्र में दबाव की वजह से आपसे काम में गलतियां होने की संभावना है और इसके फलस्वरूप, आपकी नौकरी भी जा सकती है।
अगर बात करें आपके आर्थिक जीवन की, तो आपके सामने काफ़ी खर्चे आ सकते हैं जिसके चलते आपके तनाव में आने की आशंका है। साथ ही, परिवार की जिम्मेदारियां आपके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ाने का काम कर सकती हैं और इन खर्चों को पूरा करने के दौरान आपको समस्याओं से जूझना पड़ सकता है और ऐसे में, आपको हानि भी हो सकती है। कन्या राशि वालों के सामने आर्थिक संकट भी पैदा हो सकता है जिसका कारण अप्रत्याशित खर्चे हो सकते हैं इसलिए आपको आर्थिक जीवन में सावधानीपूर्वक बजट बनाने के साथ-साथ नुकसान को कम करने की योजना का भी निर्माण करना होगा।
रिश्ते के लिहाज़ से, इस अवधि में आपके रिश्ते में पार्टनर के साथ टकराव या बहस की परिस्थितियां पैदा हो सकती हैं। इसके फलस्वरूप, आप दोनों को रिश्ते में प्रेम व सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रयास करने होंगे। अगर आप चाहते हैं कि आपके रिश्ते में मिठास बनी रहे, तो बेहतर तालमेल बिठाना आपके लिए जरूरी होगा ताकि आपको संतुष्टि मिल सके। साथी के साथ दिल खोलकर बातें करना और आपसी समझ ही आपको इन परेशानियों से बाहर निकालने में मददगार साबित होगी।
जब बात आती है सेहत की तो कन्या राशि वालों को बुध की वक्री अवस्था के दौरान आंखों और सिर दर्द से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। इस दौरान आप डॉक्टर की सहायता या फिर थेरेपी ले सकते हैं जो आपके रोगों से छुटकारा दिलाने और अच्छा स्वास्थ्य पाने में मददगार साबित हो सकती है। इसके अलावा, तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं भी आपको परेशान कर सकती हैं इसलिए आपको तनाव को कम करने और स्वास्थ्य में सुधार लाने की दिशा में काम करना होगा।
उपाय:
सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपको विचारों में स्पष्टता और सकारात्मकता की प्राप्ति होगी।
तुला राशि
तुला राशि वालों की कुंडली में बुध देव को नौवें और बारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त हैं। कुंडली में नौवा भाव अध्यात्म एवं उच्च शिक्षा का होता है और बारहवां भाव मोक्ष, खर्चों और विदेश आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बुध महाराज अब आपके विवाह और पार्टनरशिप के भाव यानी कि सातवों भाव में वक्री होने जा रहे हैं। तुला राशि वालों के करियर में बुध की वक्री चाल परिवर्तन लेकर आ सकती है जिसके तहत कामकाज में बदलाव या फिर स्थानांतरण होने की संभावना है। इसके विपरीत, कुछ लोगों को इस अवधि में असफलताओं का सामना करना पड़ सकता है जबकि कुछ लोगों को विदेश में नौकरी करने के अवसर मिलने के योग बनेंगे जिससे वह ख़ुश और संतुष्ट दिखाई देंगे। लेकिन, इन जातकों को दोस्तों से किसी भी तरह की आशा रखने से बचने की सलाह दी जाती है, अन्यथा आपके सामने समस्याएं आ सकती हैं या फिर आप निराश महसूस कर सकते हैं। वहीं, व्यापार करने वाले जातकों को सावधान रहना होगा, विशेष रूप से पार्टनरशिप से जुड़े फैसले लेते समय। इस अवधि को आउटसोर्सिंग से जुड़े लोगों के लिए अच्छा कहा जाएगा क्योंकि इसके माध्यम से आपको लाभ प्राप्त हो सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो बुध आपके सातवें भाव में वक्री हो रहे हैं और ऐसे में, यह आपको मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। आय और व्यय में संतुलन बना रहेगा। हालांकि,तुला राशि के उन जातकों को लाभ कमाने के अनेक अवसर मिलेंगे जो विदेश में रहते हैं या आउटसोर्सिंग व्यापार से संबंध रखते हैं, वह इस समय आसानी से धन की बचत कर पाएंगे।
प्रेम जीवन में बुध मेष राशि में वक्री होने का असर आपके रिश्ते पर पड़ सकता है और इसके परिणामस्वरूप, पार्टनर के साथ आपका मतभेद होने की आशंका है या आप गलतफ़हमी का शिकार हो सकते हैं। ऐसे में, रिश्ते में प्रेम और सौहार्द बनाए रखने के लिए बेझिझक होकर बातें करना और आपस में तालमेल बिठाना बहुत जरूरी होगा इसलिए आपको निरंतर प्रयास करते रहना होगा।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, तुला राशि वालों को इस अवधि में सिर दर्द और तंत्रिका तंत्र से जुड़ी परेशानियों से दो-चार होना पड़ सकता है। इसके फलस्वरूप, मानसिक शांति और अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए आप योग व ध्यान का सहारा ले सकते हैं। साथ ही, यह आपके तनाव को कम करने में भी सहायक साबित होगा।
उपाय:
भगवान शिव की पूजा-अर्चना करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए बुध ग्रह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में आठवां भाव अचानक से होने वाले लाभ या हानि को दर्शाता है जबकि ग्यारहवां भाव भौतिक सुखों का माना गया है। बुध अब आपके छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं जो कि शत्रु, हानि और रोग आदि का भाव है। बुध मेष राशि में वक्री होने के दौरान करियर के क्षेत्र में आपके द्वारा किये जा रहे कामों में समस्याएं पैदा करने या देरी करवाने का काम कर सकते हैं। संभव है कि कड़ी मेहनत के बावजूद भी आपको सराहना न मिले जिससे आप हताश महसूस कर सकते हैं। जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है और साथ ही, लाभ कमाने की राह में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, व्यापार में होने वाले नुकसान को कम करने के लिए बहुत सावधानी से आपको योजना बनानी होगी और मन लगाकर इस परेशानियों से बाहर आने के लिए कोशिश भी करनी होगी।
बुध की वक्री चाल इन जातकों को आर्थिक जीवन में तनाव देने का काम कर सकती है। आपके कंधों पर जिम्मेदारियां अधिक होने की वजह से खर्चे बढ़ सकते हैं और इनको पूरा करने के लिए आपको लोन या कर्ज़ लेने की नौबत आ सकती है। आशंका है कि व्यापारी वर्ग को भी मुनाफा कमाने में संघर्ष का सामना करना पड़ें। साथ ही, प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर भी मिल सकती है। ऐसे में, इन परेशानियों से उबरने और हानि को कम करने के लिए धन की योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, इस अवधि में पार्टनर के साथ विवाद या मतभेद बढ़ सकते हैं जिसकी वजह घर-परिवार की समस्याएं, आर्थिक संकट और बढ़ती हुई जिम्मेदारियों को पूरा न कर पाना आदि हो सकता है। ऐसे में, आप तनाव में नज़र आ सकते हैं। हालांकि, इन समस्याओं को कम करने और रिश्ते में प्रेम बनाए रखने के लिए पार्टनर के साथ बातचीत करने की सलाह दी जाती है।
वक्री बुध के दौरान वृश्चिक राशि वालों को स्वास्थ्य समस्या का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से तंत्रिका तंत्र और हाई ब्लडप्रेशर आदि का। इस समय गर्दन या कंधे से जुड़ा कोई कष्ट उभरकर आ सकता है इसलिए इन जातकों के लिए अपनी सेहत की देखभाल करना बेहद जरूरी हो जाता है। साथ ही, आपको समय-समय पर रूटीन चेकअप करवाने की सलाह भी दी जाती है जो कि आपके लिए इस समय बेहद जरूरी होगा।
उपाय:
प्रकृति, विशेष रूप से पेड़-पौधों से जुड़े रहें।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों की कुंडली में बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में सातवां भाव विवाह एवं पार्टनरशिप और दसवां भाव नाम व प्रसिद्धि का होता है। बुध देव अब आपके प्रेम, रोमांस के भाव अर्थात पांचवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। हालांकि, बुध के आपके पांचवें भाव में वक्री होने से करियर में आपको औसत परिणामों की प्राप्ति हो सकती है और ऐसे में, सही तरीके से काम करना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। साथ ही, कुछ जातकों को यह अवधि काम के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जाने का अवसर दे सकती है। बता दें कि इन प्रोजेक्ट्स में मिलने वाले परिणामों में अंतर देखने को मिल सकता है। जिन लोगों का अपना व्यापार है, उन्हें वक्री बुध के दौरान कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन जातकों को जोखिम उठाने से बचना होगा, अन्यथा आपको नुकसान होने की आशंका है।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, धनु राशि के जातकों के खर्चें बढ़ सकते हैं जिसके चलते आपको निराशा का अनुभव हो सकता है। ऐसे में, इस समय समस्याओं के समाधान और धन की बचत करने के लिए योजना बनाना आपके लिए आवश्यक होगा। हालांकि, बुध मेष राशि में वक्री की अवधि सट्टेबाजी या ट्रेड से जुड़े लोगों के लिए अच्छी रहेगी और इसके परिणामस्वरूप, आपको बेहतर अवसरों की प्राप्ति होगी।
बात करें प्रेम जीवन की, तो इन जातकों को अपने रिश्ते में तनाव का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर परिवार और बच्चों को लेकर। इस समय आपका सारा ध्यान भविष्य के बारे में सोच-विचार करने पर केंद्रित हो सकता है। इसके अलावा, परिवार में कुछ समस्याएं भी उभरकर सामने आ सकती हैं जो आपके लिए चिंता का विषय बन सकता है। आपके रिश्ते में आ रही चुनौतियों को पार करने में आपकी वाणी और धैर्य महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
धनु राशि वाले अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं। हो सकता है कि यह लोग पैसा कमाकर अपने पार्टनर के स्वास्थ्य पर खर्च करते-करते थक गए हो। वक्री बुध के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य को भी प्राथमिकता देनी होगी और तनाव को कम करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा जो कि आपके स्वास्थ्य को फिट बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी होगा।
उपाय:
ग्रीन जेड अपने पास रखना आपके लिए फलदायी रहेगा।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके छठे और नौवें भाव के स्वामी हैं। बता दें कि कुंडली में छठे भाव का संबंध शत्रुओं, प्रतियोगिता से होता है जबकि नौवा भाव उच्च शिक्षा, और लंबी दूरी की यात्राओं से जुड़ा होता है। अब बुध ग्रह आपके सुख-सुविधाओं, ख़ुशियों व माता के भाव यानी कि चौथे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। करियर के क्षेत्र में बुध मेष राशि में वक्री होकर आपको औसत परिणाम प्रदान कर सकते हैं। साथ ही, इस दौरान आपको प्रगति और सराहना न मिलने की आशंका है जिसकी वजह से आप निराश महसूस कर सकते हैं। वरिष्ठों के साथ भी आपको संबंधों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है जिससे कार्यक्षेत्र में काम करना आपके लिए मुश्किल होने की संभावना है।
जिन जातकों का अपना व्यापार है उनके लिए यह समय ज्यादा अच्छा न रहने की आशंका है क्योंकि इस दौरान आपको अपने कार्यों में औसत परिणामों की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे में, अच्छा लाभ कमाना और अपने टारगेट को पूरा करना आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है। वक्री बुध की वजह से आपको मिलने वाला मुनाफा सीमित मात्रा में हो सकता है जिसके चलते आपकी आर्थिक स्थिति पर बोझ बढ़ने का संदेह है। इसके परिणामस्वरूप, बचत करना और वित्तीय जीवन में संतुलन बनाए रखना आपके लिए मुश्किल हो सकता है।
प्रेम जीवन की बात करें, तो मकर राशि वालों को अपने रिश्ते में थोड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। संभावना है कि इस अवधि में आपके परिवार और रिश्तेदारों के बीच तनाव पैदा हो जाए। इसके परिणामस्वरूप, पारिवारिक शांति में खलल पड़ सकता है और साथी के साथ भी रिश्ते में तनाव महसूस हो सकता है। ऐसे में, रिश्ते को बनाए रखने के लिए आपको साथी से दिल खोलकर बात करनी होगी और धैर्य रखना होगा।
सेहत की दृष्टि से, इन लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना होगा क्योंकि आपको तनाव महसूस हो सकता है इसलिए आपकी सेहत को अच्छा बनाए रखने के लिए ध्यान और योग करने की सलाह दी जाती है।
उपाय:
जीवन में सफलता की प्राप्ति के लिए विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों की कुंडली में बुध देव को पांचवें और आठवें भाव का स्वामित्व प्राप्त हैं। अब यह आपके भाई-बहनों, छोटी दूरी की यात्राओं और पड़ोसियों के भाव यानी कि तीसरे भाव में वक्री हो जाएंगे। कुंडली में पांचवां भाव प्रेम, रोमांस और संतान को दर्शाता है जबकि आठवां भाव अचानक से होने वाले लाभ या हानि का होता है। बुध की वक्री चाल करियर में आपके लिए प्रगति लेकर आएगी और आपको कई नए सुनहरे अवसरों की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपको पदोन्नति और वेतन में वृद्धि मिलने की संभावना है। इन लोगों को विदेश जाने के अवसर भी मिल सकते हैं जो आपके करियर के विकास के लिए अच्छे कहे जाएंगे। काम से जुड़ी यात्राओं में वृद्धि देखने को मिलेगी और इसके परिणामस्वरूप, आपको अपने पेशेवर जीवन में तरक्की और सफलता की प्राप्ति होगी। हालांकि, जिन जातकों का अपना व्यापार है, उनके लिए बुध की वक्री चाल फलदायी रहेगी और ऐसे में, आपको उच्च मुनाफा मिलेगा जिससे आप संतुष्ट दिखाई देंगे। इस वजह से आप व्यापार में आने वाली चुनौतियों का सामना डटकर करने में सक्षम होंगे और प्रतिद्वंदियों को भी टक्कर दे सकेंगे और आप लाभ कमाने में भी सफल रहेंगे। कुल मिलाकर, यह अवधि व्यापार में आपके लिए तरक्की और आर्थिक स्थिरता लेकर आएगी।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो यह अवधि आपके लिए शानदार रहेगी क्योंकि इस दौरान आप वित्तीय रूप से प्रगति प्राप्त करेंगे। ऐसे में, आप ज्यादा से ज्यादा धन कमाने में सक्षम होंगे और बचत भी कर सकेंगे। इस प्रकार, आप आर्थिक रूप से मज़बूती का अनुभव करेंगे।
प्रेम जीवन के लिए बुध की वक्री अवस्था को अच्छा कहा जाएगा। इस समय आप पार्टनर के साथ रिश्ते में सौहार्द बनाए रखने में सफल रहेंगे। साथ ही, साथी के साथ आपका संचार कौशल अच्छा रहेगा और आप दिल खोलकर एक-दूसरे से बात करेंगे जिसका असर आपके जीवन पर सकारात्मक रूप से पड़ेगा। बुध वक्री के दौरान आप साथी के साथ कहीं बाहर घूमने-फिरने भी जा सकते हैं। घर-परिवार में होने वाले शुभ एवं मांगलिक कार्य आपके रिश्ते में मिठास बढ़ाने का काम करेंगे।
सेहत की बात करें, तो आपका स्वास्थ्य इस अवधि में अच्छा रहेगा। लेकिन, आपको छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं जैसे त्वचा में जलन आदि परेशान कर सकती है। हालांकि, कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी इसलिए आपको अपनी निजी और पेशेवर जीवन में ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है।
उपाय:
अपने विचारों पर ध्यान लगाएं।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए बुध आपके चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं। कुंडली में चौथा भाव ऐशोआराम, ख़ुशी और लक्ज़री आदि को दर्शाता है जबकि सातवां भाव विवाह और पार्टनरशिप का होता है। अब यह आपके परिवार, धन व वाणी यानी कि दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। मीन राशि वालों को करियर में बुध मेष राशि में वक्री होकर अनुकूल परिणाम प्रदान करेंगे। इन जातकों का समर्पण और कड़ी मेहनत करियर में आपको सफलता के मार्ग पर लेकर जाएगा। साथ ही, आपको दूसरों से सराहना मिलेगी। आपके लिए पदोन्नति के योग बनेंगे और आप कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे। जिन जातकों का अपना व्यापार हैं उनके लिए यह अवधि फलदायी रहेगी। आप एक साथ कई बिज़नेस कर सकते हैं और ऐसे में, प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे। इसके फलस्वरूप, आपका व्यापार लाभ और सफलता के मार्ग पर आगे बढ़ेगा।
आर्थिक जीवन को देखें, तो बुध की दूसरी भाव में उपस्थिति आपको धन लाभ करवाएगी। साथ ही, आपको हर कदम पर भाग्य का साथ मिलेगा। इस दौरान मीन राशि के जातकों को विदेश से आउटसोर्सिंग के माध्यम से पैसा कमाने के अवसर प्राप्त होंगे जिससे आप आर्थिक स्थिरता हासिल करने में सक्षम होंगे। ऐसे में, आप बचत करने के साथ-साथ भविष्य को सुरक्षित करने में सफल रहेंगे।
प्रेम जीवन की बात करें, तो मीन राशि वालों के रिश्ते पार्टनर और परिवार के सदस्यों के साथ प्रेमपूर्ण रहेंगे। आपके बीच आपसी समझ और तालमेल बेहतर होगा जिससे आपका रिश्ता उनके साथ मज़बूत होगा। जीवनसाथी के साथ बाहर घूमने जाने और उनके साथ यादगार समय बिताने से आप दोनों की आपसी समझ बेहतर होगी।
सेहत की दृष्टि से, मीन राशि वाले बुध की वक्री चाल के दौरान अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने में सक्षम होंगे जिसका श्रेय आपके मज़बूत इम्युनिटी और ऊर्जा के उच्च स्तर को जाएगा। लेकिन, छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याएं आ सकती हैं। लेकिन, कुल मिलाकर आप अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेते हुए दिखाई देंगे जिससे आपके आत्मविश्वास और जीवन शक्ति को बढ़ावा मिलेगी।
उपाय:
सुख-समृद्धि के लिएभगवान विष्णु या माता लक्ष्मी की पूजा करें।
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