केंद्रीय चुनाव आयोग से चंडीगढ़ संसदीय सीट को आरक्षित घोषित करने की मांग : एडवोकेट विवेक हंस गरचा
केंद्रशासित प्रदेश में 4 लाख मतदाता अनुसूचित जाति से संबंधित : एडवोकेट विवेक हंस गरचा
सामान्य वर्ग से पूंजीपति पार्टियां चुनाव लड़कर आम वोटर को खरीद गुमराह करती रही हैं : न्यू कांग्रेस पार्टी
लोकसभा में भी अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के सांसद दोनों सदनों में आटे में नमक के बराबर : NCP
न्यू कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट विवेक हंस गरचा ने केंद्रीय चुनाव आयोग से चंडीगढ़ संसदीय सीट को अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित करने की मांग की है। विवेक हंस गरचा ने कहा कि 12 लाख की आबादी वाले चंडीगढ़ शहर में 70 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग से संबंधित है। शहर की 30 कालोनियों और 25 गांवों को मिलाकर लगभग 4 लाख मतदाता अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह परिसीमन कर चंडीगढ़ को भी अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित घोषित किया जाए क्योंकि यह लोकसभा की इकलौती सीट है जहां पर पिछले 77 वर्ष में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। इस सीट पर सामान्य वर्ग से पूंजीपति पार्टियां चुनाव लड़कर आम वोटर को खरीद गुमराह करती रही हैं और आरक्षित मतदाताओं को चुनावी युद्ध से बाहर रखा गया है। छह दशक के बाद कम-से कम एक बार तो आरक्षित वर्ग की मौका मिलना चाहिए। विवेक हंस गरचा ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन में उच्चाधिकारियों को पद पर आरक्षित वर्ग को छोड़ जनरल कैटागरीज के अधिकारियों की लगाया जाता है जिससे आरक्षित वर्ग के अधिकार सुरक्षित नहीं है। कम से कम इस बार चुनाव आयोग तो यह प्रयोग करके देखें। उन्होंने कहा कि वर्तमान लोकसभा में भी अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के सांसद लोकसभा और राज्यसभा में आटे में नमक के बराबर हैं। ऐसे में आरक्षित वर्ग का विकास कैसे संभव है। उन्होंने कहा कि इस मांग को लेकर “न्यू कांग्रेस पार्टी” का शिष्ट मंडल दिल्ली चुनाव आयोग को मिलकर बात करेगा।
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