खाटू धाम में भंडारा लगाना हुआ महंगा ₹50000 दो लगाओ भंडारा
राजस्थान के रींगस के पास स्थित खाटू श्याम मंदिर में इस समय लक्खी मेला चल रहा है और इस लक्खी मेले के दौरान लाखों लोगों की भीड़ उमड़ती है। खाटू श्याम कमेटी को भी इस बार लगभग 30 लाख लोगों के मेले में पहुंचने का अनुमान है। खाटू श्याम का यह मेला 11 मार्च से शुरू होकर और 25 मार्च तक चलेगा। मुख्य आयोजन फाल्गुन की एकादशी को 20 और 21 मार्च को होगा।
भंडारा लगाना है तो ₹50000 की लगेगी फीस
रींगस नगर पालिका ने एक तुगलकी फरमान जारी करते हुए आदेश दिया है कि जिन भी लोगों को या संस्थाओं को लखि मेले के दौरान खाटू श्याम मंदिर एरिया में भंडारा लगाना है उनको ₹50000 की फीस जमा करनी होगी तभी वह भंडारा लगा सकते हैं। भंडारा समाप्ति के बाद उनको वह जगह पर साफ सफाई करने के बाद ₹25000 वापस कर दिए जाएंगे।
शासन के तुगलकी फरमान से भंडारा लगाने वाले लोग परेशान
प्रशासन के तुगलकी फरमान के आने से भंडारा लगाने वाले लोग परेशान हैं और प्रशासन के चक्कर लगाते हुए नजर आ रहे हैं। एक भंडारा कमेटी के सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह तो भाजपा शासन है तब यह हाल है। जबकि भाजपा सरकार राम राज्य की सरकार है, धर्म परायण सरकार है और भाजपा सरकार में ही भंडारा लगाना मुश्किल हो पा रहा है। इससे तो अच्छी कांग्रेस की सरकार थी।
लक्खी मेला में जाने वाले लोगों ने इस फरमान को लेकर क्या कहा
लकी मेला में जाने वाले लोगों ने प्रशासन के तुगलकी फरमान को लेकर कहा कि हम लोग बहुत दूर-दूर से आते हैं और यहां पर इतने होटल या संस्थाएं नहीं है कि जो हर एक का पेट भर सकेंगे। बहुत से लोग भंडारे में खाकर भी अपना गुजारा कर लेते हैं और कम पैसों में भी भगवान के दर्शन करके वापस चले जाते हैं। प्रशासन को इस तरीके के तुगलकी फरमान को वापस लेना चाहिए।
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