पंचकूला का “पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस ” बन रहा भाजपा का ऑपरेशन लोटस हाउस
खबरी प्रशाद शिमला / पंचकुला रीतेश माहेश्वरी
हरियाणा का पंचकूला जिला एक ऐसा जिला है जिसके अगल-बगल में पंजाब, चंडीगढ़ और हिमाचल राज्य लगते हैं। जहां हरियाणा एवं चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी का शासन है। तो पड़ोसी राज्य हिमाचल में कांग्रेस का शासन है और दूसरे पड़ोसी राज्य पंजाब में आम आदमी पार्टी का शासन है। ऐसी स्थिति में बीते कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि जब भी कोई विपरीत स्थिति होती है तो भारतीय जनता पार्टी अपने पार्षदों को या दूसरे विपक्षी पार्षदों को या विधायकों को लेकर के पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंच जाती है। क्योंकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी का शासन है और वह यहां पर अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं। यानी सीधे-सीधे तौर पर शब्दों में कहा जा सकता है कि भाजपा ऑपरेशन लोटस पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस से चलाती है।
ताजा मामला हिमाचल में कांग्रेस से 9 विधायक पहुंचे पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में
बीते कल राज्यसभा के लिए कई राज्यों में मतदान होना था। उत्तर प्रदेश में भी क्रॉस वोटिंग हुई जहां समाजवादी पार्टी के कई विधायकों ने भाजपा के पक्ष में वोट डाल दिया। तो हिमाचल में कांग्रेस के 6 विधायकों एवं तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वोटिंग कर दी जिससे भाजपा का प्रत्याशी वहां से जीत गया। वोटिंग होने के साथ ही कांग्रेस के 6 और निर्दलीय तीन विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा में पंचकूला के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचा दिया गया। देर शाम लगभग 6:00 बजे के आसपास यह विधायक पंचकूला पहुंच चुके थे। जिसके बाद में यह आशंका बढ़ गई है कि जल्दी ही हिमाचल की सुक्खू सरकार पर संकट के बादल आ सकते हैं।
मुख्यमंत्री सुक्खू का भाजपा पर गंभीर आरोप
6 कांग्रेसी विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने के बाद हिमाचल के मुख्यमंत्री सुकून मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा भाजपा पैसे के दम पर अंतरात्मा खरीद लेती है । जिसका जमीर जिंदा होगा वह वापस आएगा । भाजपा की गुंडागर्दी देखिए कि हमारे विधायकों को सीआरपीएफ की सुरक्षा में लेकर पंचकूला ले जाया गया ।
इसके पहले चंडीगढ़ के पार्षदों ने डेरा जमाया था पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में
अभी चंद दिन पहले की ही बात है जब चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी से तीन पार्षद भारतीय जनता पार्टी ने अपने खेमे में शामिल कराए थे। तब भी उन पार्षदों के लिए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के दरवाजे खोल दिए गए थे क्योंकि यहां पर भारतीय जनता पार्टी का शासन है और यहां से ऑपरेशन लोटस बहुत अच्छी तरीके से चलाया जा सकता है।
हिमाचल के विधायकों के आने के बाद आमजन और मीडिया के लिए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के दरवाजे हुए बंद
हिमाचल के विधायकों के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचने की सूचना होने के साथ ही आम जनता के लिए एवं मीडिया कर्मियों के लिए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस के दरवाजे बंद कर दिए गए। मीडिया कर्मियों ने वहां पहुंचे हुए कांग्रेसी विधायकों से जानने की कोशिश की मगर किसी भी विधायक ने अपनी कार का शीशा नीचे भी नहीं किया और सीधे अंदर चले गए।
हिमाचल विधानसभा का वोटिंग गणित
हिमाचल विधानसभा में कुल 68 विधायक हैं जिसमें 40 विधायक कांग्रेस कोटे से जीत कर आए थे। जबकि 25 विधायक भारतीय जनता पार्टी खेमे से जीतकर आए थे और तीन विधायकों ने निर्दलीय जीत हासिल की थी। मगर बीते कल के हुए घटनाक्रम के बाद में यह नहीं कहा जा सकता कि कांग्रेस में कितने विधायक रहेंगे और भाजपा के पास कितने विधायक हो जाएंगे। हालांकि राज्यसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों प्रत्याशी को 34-34 वोट प्राप्त हुए थे। जीत का फैसला लॉटरी सिस्टम से हुआ जिसमें किस्मत भाजपा प्रत्याशी की खुल गई।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!