द्वारका के प्रसिद्ध सुदर्शन ब्रिज पर 5 महीने में ही पड़ गए गड्ढे
पीएम मोदी ने 5 महीने पहले किया था उद्घाटन
ना खाऊंगा ना खाने दूंगा साबित हो रहा जुमला
978 करोड रुपए की लागत आई थी पुल को बनने में
खबरी प्रशाद दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भ्रष्टाचार को लेकर दावा है कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। यह बात उन्होंने 2014 में केंद्र की सत्ता संभालते वक्त जोर शोर के साथ कही थी। परंतु शायद उनके ही गृह राज्य में यह शब्दावली लागू नहीं होती है। दरअसल 5 महीने पहले खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट द्वारका के सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन , जिसे खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था, उस पुल की सड़क जगह जगह से उखड़ चुकी है। उनकी साइड में लगी रेलिंग का प्लास्टर उखड़ चुका है। रेलिंग में जंग भी लग गई है। पुल पर लगी लोहे की छड़े भी दिखाई पड़ने लग गई है। पुल में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर गुजरात कांग्रेस ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पुल के वीडियो और फोटो शेयर किए हैं।
गुजरात कांग्रेस ने पुल के वीडियो और फोटो शेयर करते हुए लिखा
गुजरात कांग्रेस के नेता अमित चावड़ा ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर द्वारका के सुदर्शन ब्रिज की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “देखिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात करप्शन मॉडल । 5 महीने पहले प्रधानमंत्री जी द्वारा उद्घाटन किए गया द्वारका ब्रिज में पहली बारिश में गड्ढे पडने शुरू हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पुल की कई फोटो शेयर की है।
पूल की खराब क्वालिटी के सामने आते ही गुजरात से लेकर दिल्ली तक मचा हड़कंप
पुल की गड्ढे वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होते ही गुजरात से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया ,और अफसरों को तलब कर लिया गया। आखिरकार पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट पर जब गड्ढे पढ़ सकते हैं तो दूसरे प्रोजेक्ट की हालत क्या ही होगी , कही जा सकती है। जबकि खुद मोदी जी का नारा है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा।
पुल में गड्ढों को लेकर अफसर बोले
सुदर्शन ब्रिज पर गड्ढे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही ब्रिज के दोनों तरफ से दरवाजे बंद करवा दिए गए । द्वारका के कलेक्टर जीटी पंड्या ने बताया ब्रिज को दुरुस्त करने के लिए कह दिया गया है। उन्होंने कहा इस पुल का निर्माण केंद्र सरकार की एजेंसी ने किया था। उनके अनुसार शुरुआती जानकारी के मुताबिक वहां पर तीन गड्ढे थे पर यह मामूली से थे। पुल को पूरी तरीके से बंद नहीं किया गया था। रिपोर्ट सामने आते ही उसे केंद्र सरकार को भेज दिया जाएगा की करवाई वहीं से की जाएगी ।
सांसद मैडम ने क्या कहा
भ्रष्टाचार के पुल के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ गुजरात कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। तो वही जामनगर की सांसद पूनम मैडम का कहना है कि वह फिलहाल वह संसद सत्र में है इसलिए इस मामले पर अभी कुछ नहीं कह सकती है परंतु वह द्वारका के कलेक्टर के संपर्क में है। उन्होंने इसके बारे में उनको बता दिया है।
गुजरात में ही मोरबी पुल हादसा हुआ था जिसमें 183 लोगों की गई थी जान
लगभग 21 महीने पहले गुजरात में मोरबी नदी पर बना पुल गिर गया था जिसमें 141 लोगों की जान चली गई थी। पुल को रिपेयर करने वाली कंपनी भी गुजरात की ही थी ।
बिहार में 15 दिन में 10 पुल गिरे तो विपक्ष ने मचाया हंगामा
पिछले महीने ही बिहार में 15 दिन में 10 पुल गिर जाने के बाद तेजस्वी यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सरकार को घेरा था और तीखे सवाल पूछते हुए कहा था कि भ्रष्टाचार के पुल गिरते जा रहे हैं। आखिर डबल इंजन की सरकार , कब रुकेगा भ्रष्टाचार ।
अयोध्या की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर हुई थी वायरस
22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा की थी। उसी राम मंदिर में पहली बरसात में ही गर्भ ग्रह में पानी आ गया था। और तो और अयोध्या की कई सड़कों में भी पहली बरसात में ही गड्ढे हो गए थे। बताया तो यह भी जा रहा है कि अयोध्या में ज्यादातर काम गुजरात से जुड़ी हुई कंपनियों को ही दिया गया था।
गुजरात मॉडल विकास का या भ्रष्टाचार का
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात को विकसित मॉडल के तौर 2013 से पेश कर रहे हैं। परंतु लगातार गुजरात में हो रहे हादसों पर अब गुजरात के विकास मॉडल पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। चाहे वह गुजरात में मोरबी पुल हादसा हो या फिर द्वारका का सुदर्शन ब्रिज हो या गुजरात से 1300 किलोमीटर दूर बिहार में पुल गिरने का मामला हो। आखिरकार भ्रष्टाचार तो हो ही रहा है। यानी कि कहा जा सकता है ना खाऊंगा ना खाने दूंगा का नारा सिर्फ जुमला साबित हो रहा है।
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