गूगल की तानाशाही ; भारत मैट्रिमोनी shaadi.com naukri.com जैसे भारतीय स्टार्टअप को हटाया सरकार हुई सख्त
खबरी प्रशाद, प्रेरणा ढींगरा, नई दिल्ली: कुछ भारतीय एप्स रिमूव करके गूगल ने लिया एक बड़ा फैसला। गूगल प्ले स्टोर पर अब यह कुछ ऐप नहीं दिखेगी । जिसमें भारत मैट्रिमोनी, naukri.com, अल्ट बालाजी, कुकू एफएम और shaadi.com जैसी एप्स का नाम शामिल है।
अमेरिकन कंपनी गूगल ने अपनी बिलिंग पॉलिसी को न मानने पर कई भारतीय कंपनियों को अपने गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है । दरअसल मामला कुछ ऐसा है कुछ समय पहले गूगल ने प्ले स्टोर को लेकर अपनी पॉलिसी में कुछ बदलाव किया और सर्विस चार्ज को 11 फ़ीसदी से बड़ा कर 26 फ़ीसदी कर दिया। जब यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तब सुप्रीम कोर्ट ने एप्स को सर्विस चार्ज देने के लिए कहा और यह भी कहा कि अगर सर्विस चार्ज न भरा जाए तो गूगल अपने प्ले स्टोर से इन एप्स को हटा सकता है।
सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई 19 मार्च को
गूगल का कहना है कि इन सभी एप डेवलपर को इस बात की तैयारी करने के लिए लगभग 3 साल से ज्यादा का समय दिया गया था मगर फिर भी इन्होंने इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जबकि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात को लेकर आदेश जारी कर दिया था उसके बावजूद भी इन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का भी पालन नहीं किया । 9 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने भारत मैट्रिमोनी सहित तमाम कंपनियों को गूगल के प्ले स्टोर से न हटाया जाए संबंध में एक अंतिम आदेश पारित करने से भी मना कर दिया था हालांकि कोर्ट में इस मामले की अगली सुनाई 19 मार्च को है । मगर इस दौरान गूगल ने इन सभी ऐप को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है ।
डेवलपर की गूगल से अपील कोर्ट का फैसला आने तक रखे संयम
गूगल प्ले स्टोर से हटाए गए सभी ऐप डेवलपर ने गूगल से अपील की है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट का फाइनल फैसला नहीं आता तब तक संयम बढ़ते और गूगल प्ले स्टोर से किसी भी ऐप को न हटाया जाए ।
अनूप मित्तल जो की shaadi.com के CEO है उन्होंने इस बात पर ट्वीट भी कर और कहां की आज का दिन एक काला दिन है भारतीय इंटरनेट के लिए ।
सरकार हो गई है सख्त ,
मिल रही जानकारी के अनुसार गूगल के द्वारा भारतीय स्टार्टअप कंपनियों को अपने प्ले स्टोर से हटाए जाने को लेकर सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गूगल को अपना फैसला एक बार तब तक बदलने के लिए कहा गया है जब तक सुप्रीम कोर्ट का कोई फैसला नहीं आ जाता । हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि गूगल सरकार के फैसले को मानेगा या नहीं मानेगा मगर यह भी जानकारी मिल रही है कि कुछ बिजनेस डेवलपर ने गूगल के आगे हथियार डाल दिए हैं और गूगल के बिजनेस मॉडल को मान लिया है मगर अभी भी कई कंपनियां सरकार के और सुप्रीम कोर्ट के भरोसे बैठी हुई हैं ।
भारतीय एप्स को डिलीट नहीं किया जा सकता : अश्विनी वैष्णव केंद्रीय मंत्री
गूगल द्वारा अपने प्ले स्टोर से भारतीय स्टार्टअप ऐप को डिलीट करने को सरकार ने संज्ञान लिया है और सख्त रुख अपनाया है । केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय स्टार्टअप के एप्स को डिलीट करने की अनुमति नहीं दिया सकती । उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर गूगल और भारतीय एप्स के अधिकारियों को अगले हफ्ते मीटिंग के लिए बुलाया गया है जिससे इस मामले को सुलझाने की कोशिश की जाएगी । वैष्णो ने कहा मैंने गूगल को पहले ही मुझसे मिलने के लिए कहा है ताकि हम अपने स्टार्टअप के सिस्टम की सुरक्षा कर सकें और मुझे पूरा विश्वास है की डिजिटल पेमेंट को पूरी तरीके से अपने वाला गूगल इस मामले पर विचार जरूर करेगा ।
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